प्रबंधन द्वारा खाना पूर्ति के लिए डाले गए थे बिजुरी रोड़ में डस्ट व गिट्टी
अनूपपुर/डोला(बी.एल.सिंह) :-रामनगर व बिजुरी थाना अतर्गत कोयला परिवहन के उपयोग में आने वाली डोला,बिजुरी मार्ग बदहाली के आंसू बहा रहा है डोला आरटीओ चेकपोस्ट से बिजुरी की ओर जाने वाली सड़क आज कई वर्ष से कोयला परिवहन में संलग्न हैं जहाँ इस रोड से प्रतिदिन हजारों लोंगो का आवागमन बना रहता है एक ओर सरकार विकास की बात करती है तो दूसरी ओर जनता अपनी समस्याओं से उबर नहीं पा रही है जनप्रतिनिधि को चाहिए क्षेत्र के विकाश के लिए कार्य करे लेकिन डोला नगर परिषद में शायद यह सम्भव नहीं तभी तो आज दिनांक तक राजनगर से बिजुरी तक जाने वाली जर्जर सड़क का निर्माण कार्य नहीं हो सका जिससे जनप्रतिनिधि व जनता के बीच विष्वास की डोर कमजोर होती जा रही है।
प्रबंधन द्वारा जनता को किया गया गुमराह.....
राजनगर कोलांचल से चलकर बिजुरी को जाने वाली एक मध्य सड़क जहाँ पर रेल व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधा है लेकिन उस ओर जाने वाली सड़क पूड़ी तरह से जर्जर होने से सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है जहाँ 6 माह पहले महाप्रबंधक द्वारा जारी किए गए आदेश को भी कोरा साबित किया गया लेकिन जब ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम हड़ताल किया गया तब हड़ताल में उपस्थित कालरी प्रबंधन द्वारा बताया गया की जर्जर सड़क को जल्द ही मरम्मत कराया जाएगा लेकिन कुरजा सब एरिया के द्वारा सिर्फ झूठा आश्वासन दिया गया व डोला बिजुरी मार्ग में 10 से 12 ट्रिप डस्ट युक्त गिट्टी गड्ढों में डाल कोरम पूरा किया गया है।
2 लाख की राशि में क्या हुआ मरमत कार्य प्रबंधन दे जवाब ?
ग्रामीणों का कहना है कि जब 2 लाख का टेंडर सड़क मरम्मत के लिए दिया गया है तो फिर सड़क पर लीपापोती का कार्य क्यों किया गया है आखिर बाकी का कार्य कब चालू होगा 4 माह बितने के बाद भी बचें हुए कार्य को क्यों नही किया जा रहा संचालित आखिर ठेकेदार को किन अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा संरक्षण।
अस्वासन के बाद में नहीं सुधरी जर्जर सड़क......
25 दिसंबर 2020 को हड़ताल के मौके पर उपस्थित श्रीमान नायबतहसीलदार बिजुरी कार्यपालक मजिस्ट्रेट आर के सिंह कुरजा सब एरिया एम पी सिंह व जनप्रतिनिधियों कि उपस्थिति में तय किया गया था सड़क में गड्ढा भराई का कार्य दिनांक 27/11/2020 से शुरू किया जाएगा साथ ही रोड निर्माण का कार्य आगामी 90 दिनों के अंदर प्रारंभ कर दिया जाएगा इसके साथ ही वाहनों के चलने से फैल रहे प्रदूषण को देखते हुए सड़क सिंचाई का कार्य भी किया जाएगा साथ ही कोयले के परिवहन में लगे वाहनों को पूरी तरह से त्रिपाल कवर करके ही कोयला परिवहन किया जाएगा इन्हीं सब मांगों के उपरांत डोला के क्षेत्र वासियों द्वारा आंदोलन को निरस्त किया गया प्रबंधन द्वारा 2 लाख का टेंडर बिजुरी के किसी मोनू नामक ब्यक्ति को दिया गया था जहाँ ठेकेदार व प्रबंधन के मिलीभगत से दिखावे के लिए थोड़ा बहुत गिट्टी सड़क पर डाल अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आते हैं जिससे सड़क आज भी जर्जर हालत में है।
इनका कहना है:-
इस रोड का अधिकतर उपयोग कोयला परिवहन में किया जा रहा है जहां प्रबंधक द्वारा चाहिए कि जल्द से जल्द रोड का निर्माण कराया जाए जिससे कि सड़कों से उड़ रहे गिट्टी के छोटे टुकड़ो से चोटिल हो रहे राहगीरों को राहत मिल सके।
कृपाशंकर शुक्ला
ग्रामीण डोला
विगत दिनों हुए हड़ताल में प्रबंधक द्वारा 90 दिनों का समय मांगा गया था साथ ही पानी छिड़काव करने के लिए भी कहा गया था लेकिन आज 6 माह बीतने के बाद भी व्यवस्था जस की तस बनी हुई है।
सुमंत्र गोस्वाम
ग्रामीण डोलाज
कोयला के परिवहन से जगह-जगह सड़कों में गड्ढे हो गए हैं जहां पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं प्रबंधन द्वारा सड़क मरम्मत कार्य कराया जाए जिससे की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
श्रीकांत सामल
ग्रामीण डोला
No comments:
Post a Comment