डिप्टीरेंजर और बीट गार्ड की तैनाती के बाद भी कल्याणपुर बीट अंतर्गत की जा रही वनों की अंधाधुंध कटाई
कोतमा वन परिक्षेत्राधिकारी प्रवेश सिंह से वन प्रेमियों को है उम्मीद,वन प्रेमियों ने कोतमा रेंजर प्रवेश सिंह से वृक्षों की कटाई पर रोक लगाने की अपील
अनूपपुर/कोतमा :- जंगल और पर्यावरण को बचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से वनों को बचाने के लिए बातें तो बहुत की जाती है पर सरकार की कोशिशों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यहां तक कि वन विभाग का स्मृति वन भी अब अवैध कटाई से बच नहीं पा रहा। शहर से लगे हुए स्मृति वन सहित आसपास के जंगल से साल के बढ़ते पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई की जा रही है, जिस पर विभाग का कोई ध्यान नहीं है। यहां तक कि वन सुरक्षा समिति और बीट गार्ड भी अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा रहे हैं। इससे शहर से सटे जंगल में अब ठूंठ नजर आ रहे हैं।वन विभाग की निष्क्रियता का आलम यह है कि जंगल की निगरानी के लिए वन विभाग की ओर से तैनात किए गए डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड को भी मामले की जानकारी होने पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती और वनों से अवैध कटाई लगातार जारी है।
कल्याणपुर बीट में आए दिन होती है वृक्षों की कटाई
कोतमा वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले कल्याणपुर बीट में संतोषी दफाई,कदम टोला,9/10 खदान,डबल स्टोरी, रेउला क्षेत्र के जंगल में लगे शाल जैसे पेड़ों की अवैध कटाई जारी हैं। जिन पेड़ों की कटाई की जा रही है, वे बढ़ते हुए पेड़ हैं, पर वन विभाग जानबूझकर इससे अनजान बना हुआ है।वही स्थानीय कुछ वन प्रेमियों ने बताया कि अगर पेड़ो की कटाई की जानकारी हमारे द्वारा स्थानीय बीट रेंजर या गार्ड को दी जाती है तो वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपना पल्ला झाड़ते हुए बोलते हैं कि अभी हमारी ड्यूटी अन्य जगह पर लगी हुई है।
दिन के उजाले में खुलेआम होती है वनों की कटाई
कोतमा वन परिक्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर बीट अंतर्गत जंगलों की इमारती लकड़ी देने वाले पेड़ों को बड़ी संख्या में काट दिया गया है,लकड़ी तस्करों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से पेड़ों की कटाई अभी भी की जा रही है। वनों के बाहर से थोड़ा कम पर अंदर जाने के बाद स्थिति साफ हो जाती है। जंगल को बचाने कि की जा रही सरकारी कवायद भी नाकाफी साबित हो रही है।धीरे-धीरे जंगल को साफ करने का सिलसिला जारी है।वन विभाग के डिप्टी रेंजर व बीट गार्ड की उदासीनता के कारण दिन के उजाले में खुलेआम वृक्षों की कटाई की जा रही है लेकिन डिप्टी रेंजर के सुस्त रवैया की वजह से वन संपदा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड पर उठ रहे सवाल
वनों की सुरक्षा के लिए तैनात डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड पर इस मामले को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड की मौजूदगी होने के बावजूद शहरी क्षेत्रों के नजदीक के जंगलों में पेड़ों की जगह ठूंठ क्यों है,लकड़ी तस्कर इमारती लकड़ी देने वाले पेड़ों को निशाना बनाकर अंधाधुंध,दिन के उजाले में काट रहे हैं और वन सुरक्षा में तैनात वन अमला को इसकी जानकारी होने के बावजूद अनजान बना हुआ है।
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