💥फर्जी फाइनेंस का गोरखधंधा....
संभाग में प्राइवेट स्कूलों को फाइनेंस की आड़ में करोड़ों का चल रहा है घोटाला
शहडोल:- मध्यप्रदेश के आदिवासी संभाग शहड़ोल,उमरिया अनूपपुर में बेंगलोर और मुम्बई की कम्पनियों द्वारा प्राइवेट स्कूलों में प्रोपर्टी की फर्जी तरीके से मॉडगेज कर कई करोड़ों का लोन फाइनेंस किया जा रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बहुत कम कीमत प्रॉपर्टी को लगभग 100 गुना तक वेल्युवेशन करके इन स्कूलों में पैसा फाइनेंस किया गया है जिसमे शहड़ोल संभागीय मुख्यालय के कई स्कूलों को बेंगलोर की कम्पनी त्रिवेणी फाइनेंस ने करोड़ों रूपए फाइनेंस किये गए है।
इसी तरह उमरिया जिले के नौरोजाबाद में विंध्या कॉलरी में एक प्राइवेट स्कूल का क्रिश्चियन मिशन का नाम रखकर जनता को दिग्भ्रमित करके सेंट जोसफ स्कूल ने पहले तो 50 लाख का लोन बेंगलोर की कम्पनी त्रिवेणी फाइनेंस से लिया,उसके बाद इनको मुम्बई की एक कम्पनी शस्टेन कंसल्टेंसी नामक कम्पनी ने उस 50 लाख के ऊपर उस 50 लाख कीमत की प्रॉपर्टी को 20 करोड़ का प्रोजेक्ट लोन फाइनेंस कर दिया ऐसी जानकारी मिली है, जिसमें स्कूल चेयरमैन के साथ प्रिंसिपल और शहड़ोल का एक फेंचाइजी दलाल ने मिलकर सारा खेल रच डाला।सबसे बड़ी बात तो यह है कि मुम्बई की उस कम्पनी के अधिकारी और कर्मचारियों ने स्कूल में जाकर और सभी सरकारी दस्तावेजों की जांच करने के बाद भी 50 लाख के स्कुल का 20 करोड़ का आंकलन कर डाला।
खैर तहकीकात तो अब देश की विभिन्न जांच एजेंसियों CBI, ED को करना है कि,इनको एमाउंट तक हवाला के माध्यम से दिया जाना क्या न्यायोचित है और मुख्य जांच का विषय तो यह है कि यह कोरोड़ों रूपए है किसके..? किन व्यवसायियों,माफियाओं या राजनीतिज्ञों क...? कहां से मिल रही है इन कम्पनियों को यह रकम..?
जांच की शुरुआत तो संभागीय कमिश्नर,अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और शहड़ोल, उमरिया,अनूपपुर जिलों के कलेक्टर और एस. पी. महोदयों को करनी होगी।
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