राजनगर जोड़ा तालाब में डूब रहा जनता के विकास का पैसा,भ्रष्टाचार की आ रही गंध
एसईसीएल के कार्यक्षेत्र में दखल दे रही बनगवां नगर परिषद लगभग 30 से 32 लाख के राशि का हुआ दुरुपयोग
इंट्रो :- एक ओर प्रदेश के मुखिया भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्रदेश के अंतिम छोर में बसे अनूपपुर जिले के नवगठित नगर परिषद बनगवा मे भ्रष्टाचार की इबारत लिखने का कार्य किया जा रहा है जेम के माध्यम से खरीदे गए सामानो की गुणवत्ता पूरे नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है, कचड़ा डिब्बा हो या फिर हाथ ठेला व लाइट का मामला जो भ्रष्टाचार की पोल खोलता दिखाई दे रहा है जिसकी शिकायत भी उच्च स्तरीय की जा चुकी है, विकास के नाम पर लोग ठगा महसूस कर रहे हैं वहीं दूसरी और नगर में चर्चा का विषय यह भी बना हुआ है कि कुछ तथाकथित ठेकेदारों द्वारा साठगांठ कर सरकारी धन को लूटने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है !
अनूपपुर:- बेलगाम हो चुकी बनगंवा नगर परिषद निरंकुश प्रशासक के कारण आज बर्बादी के आंसू रो रही है। जनता ने जनप्रतिनिधियों को भरोसे से चुनकर परिषद के गद्दी से नवाजा था आज वही परिषद वही जनप्रतिनिधि जनता के भरोसे को ठोकर मारते हुए उनके विकास के पैसों को डुबोने के लिए अलग-अलग रास्ते बना रहे हैं। बनगंवा नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले महत्वपूर्ण जोड़ा तालाब में इन दिनों परिषद में बैठे जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार की गोते लगा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित किए गए इस तालाब में 50 साल का लीज होने के बाद भी बनगवां नगर परिषद बिना किसी एनओसी और आदेश के लगभग 30 से 32 लाख रुपए की राशि का दुरुपयोग कर रही है। जिस पर नगर परिषद में भी कोई लिखित आदेश नहीं है कुछ वर्षों पूर्व ही एसईसीएल द्वारा छप्पन लाख की लागत से इस जोड़ा तालाब का जीर्णोद्धार किया गया था लेकिन अब परिषद में विकास के लिए आई हुई राशि का दुरुपयोग जनप्रतिनिधि द्वारा अपने विकास के लिए किया जा रहा है एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित किए गए इस तालाब पर बनगंवा नगर परिषद किसी प्रकार का कार्य बिना एनओसी लिए नहीं कर सकती लेकिन जनता के विकास के लिए आई गई राशि का बंटाधार करने के लिए बिना एनओसी कार्य किया जा रहा है!
3 वर्ष पहले ही एसईसीएल ने 56 लाख में किया था सौंदर्यीकरण
नगर परिषद बनगवां राजनगर जो लगातार जनता के पैसों का दुरुपयोग कर रही है और नगर परिषद बनगंवा एसईसीएल क्षेत्र में होने के कारण ज्यादातर यहां की जमीने एसईसीएल की लीज पर है जिस पर एसईसीएल लगातार नगर विकास कार्य कराती रही है। 3 वर्ष पूर्व एसईसीएल द्वारा राजनगर भगत सिंह चौक का जोड़ा तालाब में 56 लाख का सौंदर्यीकरण का कार्य तालाब में कराया गया था। लेकिन नगर परिषद चुनाव होने के बाद राजनगर भगत सिंह चौक के जोड़ा तालाब में लाखों का कार्य कागजों में बिना किसी आदेश बिना परमिशन के करा दिया गया। जबकि एसईसीएल द्वारा लगातार नगर परिषद को पत्राचार करते हुए बताया जा रहा है कि यह हमारी लीज की जमीन है!
एसईसीएल ने बैठक में किया स्पष्ट नहीं देंगे अपनी भूमि
सोमवार को टीएल मीटिंग में यह साफ तौर पर एसईसीएल ने स्पष्ट कर दिया है कि एसईसीएल द्वारा लीज की जमीन किसी भी रूप में नगर परिषद को नहीं देंगे, एसईसीएल ने प्रशासन से अनुबंध कर 50 साल का रिनुअल पुनः करा लिया है और क्षेत्रफल में कोल माइंस को भी अब कोयला मिलने लगा है और जल्द ही नए माइंस भी खोली जानी है इसलिए एसईसीएल किसी भी जमीन को नहीं देगी। एसईसीएल के द्वारा लगातार पत्राचार के माध्यम से नगर परिषद को अवगत कराया जा रहा था फिर भी नगर परिषद के द्वारा यहां पर शासन के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है या यूं कहें कि शासन के पैसे की नगर परिषद में होली खेली जा रही है।
तो फर्जी भुगतान के भरोसे जोड़ा तालाब का विकास?
नई परिषद गठन होने के बाद परिसर में लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं हाल ही में पार्षद के द्वारा की गई शिकायत पर जांच टीम आई थी जिसके बाद परिषद ने भाजपा का दामन थाम लिया भाजपा के दामन थामने के बाद फिलहाल कुछ राहत तो परिषद को मिल गई लेकिन कागजों पर किए गए भ्रष्टाचार ज्यादा दिन तक छिपे नहीं रह सकते। नया मामला राजनगर के जुड़ा तालाब का है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जोड़ा तालाब में किए जा रहे कार्यों बिना किसी आदेश बिना किसी परमिशन , बिना टेंडर के किया जा रहा है मध्यप्रदेश नगरी निकाय के नियमों के खिलाफ है सूत्र बताते हैं कि बिना जेडी और एसईसीएल के परमिशन के जोड़ा तालाब में कार्य किया गया और उसका दोगुने से ज्यादा भुगतान परिषद द्वारा किया जा चुका है अब यह तो जांच का विषय है कि कितनी राशि का भुगतान अब तक परिषद ने जोड़ा तालाब के नाम पर किया है फिलहाल प्रथम दृष्टि में तो यह भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है और बनगंवा कि यह नगर परिषद भ्रष्टाचार की गंध से भर चुकी है।
इनका कहना है
जेडी कार्यालय द्वारा किसी प्रकार के आदेश जोड़ा तालाब में सौंदर्यीकरण और निर्माण के नहीं दिए हैं अगर परिषद द्वारा बिना आदेश बिना एसईसीएल के एन ओ सी के ऐसा कार्य किया जा रहा है तो जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
आरपी सोनी, संयुक्त संचालक शहडोल
एसईसीएल द्वारा किसी भी प्रकार की जोड़ा तालाब में सौंदर्यीकरण की परमिशन परिषद को नहीं दी है हमारे पास 50 साल का लीज है किसी भी भूमि पर बनगवां नगर परिषद बिना एनओसी के निर्माण कर नहीं कर सकती हैं हमारे द्वारा नोटिस दी गई है और आगे की कार्यवाही भी की जाएगी!
निरंजन रूप मन गड, सब एरिया मैनेजर राजनगर
हसदेव क्षेत्र
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