18 लाख की घटिया नाली तोडऩे हुआ आदेश
सीएमओ और प्रभारी उपयंत्री ने नहीं की कार्रवाई
ठेकेदार को 57 लाख का पुनः मिला 38% बिलो में ठेका
नगरपालिका बिजुरी नहीं मानती है जे डी के आदेशों का पालन आखिर अब तक क्यों नहीं कराया गया नाली का कार्य डिस्मेंटल
अनूपपुर। नगरपालिका बिजुरी में इन दिनों लिखी जा रही भ्रष्टाचार की इबारत कमीशन के फेर में बिलो का काम धड़ाधड़ स्वीकृत हो रहा है। एक तरफ जहां वार्ड क्रमांक 8 दलदल मुख्य मार्ग के किनारे बनाए गए 800 मीटर लम्बी घटिया नाली की लिखित शिकायत के बाद जांच अधिकारी जेडी नगरीय प्रशासक द्वारा तोड़े जाने के आदेश दिए गए। जारी आदेश के सप्ताहवभर बीत जाने के बाद भी नाली तोडऩे की कार्रवाई नहीं हो सकी है। जेडी नगरीय प्रशासक शहडोल ने 28 अक्टूबर को ही आदेश जारी कर सम्बं3धित नगरीय सीएओ और प्रभारी उपयंत्री को जेसीबी मशीन से नाली को डिस्मेंटल करवाते हुए उसके पंचनामा और फोटो प्रेषित करने के आदेश दिए थे।
एक तरफ जहां 18 लाख की घटिया नाली तोडऩे हुआ आदेश पर सीएमओ और प्रभारी उपयंत्री ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किये वही रीवा के कम्पनी
ठेकेदार को 57 लाख का पुनः 38% बिलो में ठेका कल ही स्वीकृत किया जा चुका है। भाजपा के वरिष्ठ नेता व जिला उपाध्यक्ष लवकुश शुक्ला ने बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र में चल रहे भ्रष्टाचार पर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाते हुए घटिया निर्माण कार्य व भ्रष्टाचार से जुड़े हुए ठेकेदार,साइड इंजीनियर,व भुगतान सम्बंधित कलम चलाने वाले सभी हाथों पर सख्त कार्यवाही की मांग किये हैं।
विदित होकि जेडी नगरीय प्रशासक ने अपने आदेश में
सीएमओ और प्रभारी उपयंत्री को चेतावनी देते हुए सम्बंधित निर्माण के भुगतान पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। यह भी कहा है कि अगर सम्बंधित निर्माण का भुगतान ठेकेदार को किसी प्रकार से किया गया तो उसकी समस्त जिम्मेदारी भुगतान अधिकारी की होगी और अनदेखी पर नगरीय प्रशासक सहित कार्य प्रभारी उपयंत्री के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई। लेकिन जारी आदेश के एक सप्ताह बाद भी नाली को डिस्मेंटल नहीं किया गया है और ना ही उसकी कार्रवाई रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी गई है।
जानकारी के अनुसार आदेश के बाद नाली के आगे का निर्माण कार्य भी रूक गया है। लेकिन उसके तोडऩे की कार्रवाई पर अमल नहीं हो सका है। दरअसल वार्ड क्रमांक 8 दलदल मुख्यमार्ग में नपा द्वारा 800 मीटर लंबी आरसीसी नाली का निर्माण लगभग 18 लाख की लागत से ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा था। जहां ठेकेदार द्वारा निर्धारित मापदंडो के विपरीत गुणवत्ताहीन नाली का निर्माण करा दिया। जिसकी शिकायत कार्यालय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल से की गई। शिकायत लवकुश शुक्ला द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से की गई थी।
मामले में शिकायत पर सहायक यंत्री राकेश तिवारी द्वारा स्थल निरीक्षण करने बाद जांच प्रतिवेदन पर शिकायत पर सत्यता पाई। इस पर नपाधिकारी सहित कार्य प्रभारी उपयंत्री को गुणवत्ता विहीन कार्य के किसी प्रकार का भुगतान नहीं किए जाने के निर्देश दिए और बताया कि भुगतान किए जाने पर भुगतान की समस्त राशि समानुपातिक रूप से वूसली योग्य होने तथा समस्त उत्तरदायित्व आपकी होगी।
यहाँ हुुुई है गड़बड़ी
नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल के कार्यपालन यंत्री ने पत्र में निर्देशित किया है कि आरसीसी नाली की जांच सहायक यंत्री द्वारा की गई, जहां जांच प्रतिवेदन में मेन बार कम से कम 7 बार के स्थान पर 4 बार तथा स्पेसिंग 20 सेंटीमीटर सेंटर टू सेंटर के स्थान पर 60 से 75 सेंटीमीटर सेंटर टू सेंटर लगाया गया है। कंाक्रीट की गुणवत्ता भी सही नही है, जो निर्धारित ड्राईंग डिजाईन के प्रतिकूल है। गुणविहीन कार्य को जेसीबी के माध्यम से डिस्मेंटल कराते हुए पंचनामा सहित प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।
फिर भी जारी घटिया निर्माण का जुगाड़
भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष लवकुश शुकला ने यह भी आरोप लगाया है कि 18 लाख का घोटाला जिस ठेकेदार के द्वारा किया गया है उसे ही अन्य निर्माण का 30 % बिलो में काम मिला हुआ है अब यही सोचिये जब तक भ्रष्टाचार नही करेगा तक बिलो में काम करने के बाद उक्त की कमाई हो ही नही पाएगी।इसका सीधा मतलब है कि जहाँ जहाँ उक्त ठेकेदार काम करेगा भ्रष्टाचार उनके पीछे लगा रहेगा।
इनका कहना है।
बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नही किया जाएगा। कमीशन के आधार पर घटिया निर्माण कार्यों में मूक सहमति जनता बर्दास्त नही करेगी। 18 लाख के 30% बिलों के घटिया नाली निर्माण कार्य को जेडी ने डिस्मेंटल करने के आदेश दिए हैं। वावजूद उसी ठेकेदार को 38% पर पुनः कल 57 लाख का ठेका दिया जाना भ्रष्टाचार को बढ़ावा नही तो और क्या है। उक्त मामले से सम्बंधित इंजीनियर ठेकेदार व मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर जांच व कार्यवाही की मांग करता हूं।
लवकुश शुक्ला
भाजपा जिला उपाध्यक्ष
No comments:
Post a Comment