नगर पालिका बिजुरी लिख रहा भ्रष्टाचार की कहानी
वार्ड नंबर 12 में बनना था नाली- बनाया गया नाली का बच्चा
(अनूपपुर)इन्ट्रो- अनूपपुर जिले के अंतिम छोर में स्थित नगर पालिका बिजुरी जोकि जिले नहीं संभाग में भ्रष्टाचार की पालिका के नाम से जानी जाती है जिसमें काम के नाम पर लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसका प्रकाशन कई बार अखबारों के माध्यम से होने के बाद भी अधिकारियों नींद नहीं खुल रही है जिसके कारण भ्रष्टाचार चरम पर है।
नाली का रुप छोटा
नगर पालिका बिजुरी के वार्ड क्रमांक 12 पुरानी एमपी बी के सामने 180 मीटर नाली जिसकी लागत कीमत एक लाख 81 हजार थी जिसका निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा 180 मीटर नाली की जगह लगभग 110 मीटर नाली बनाकर खानापूर्ति किया गया एवं 70 सेंटीमीटर की गहराई का नाली बनना था जिसका गहराई लगभग 20 सेंटीमीटर से कम बनाकर बिल का भुगतान नगर पालिका बिजुरी द्वारा करवा लिया गया है।
बिना जांच भुगतान....
चर्चा का सबब बना हुआ है कि नगर पालिका बिजुरी अंतर्गत जितने भी कार्य किए जा रहे हैं सब गुणवत्ता विहीन कार्य किया जा रहा है हाल ही में ओवर ब्रिज निर्माण पर भ्रष्टाचार की चर्चा आम थी जिसकी वजह से सीधे-सीधे सरकारी पैसे का दुरुपयोग एवं भ्रष्टाचार चरम में फैल रहा है हाल यह है कि नापा के इंजीनियर कमीशन के फेर में बिना साइड देखें एसी के हवे में मसरूफ होकर बिल का भुगतान कर दिया जाता है बात यह खड़ी होती है कि जिस नाली का निर्माण 180 मीटर होना था आखिर किसके सह पर बिना नाली के भौतिक सत्यापन किए बगैर भुगतान कर दिया गया।
साहब मस्त भ्रष्टाचार जबरदस्त
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका बिजुरी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है नगर पालिका बिजुरी अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्यों को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी रहती है नगरपालिका बिजुरी कुछ महीने पहले शिकायत के बाद संयुक्त संचालक संभाग शहडोल द्वारा नाली को तोड़ने का आदेश नगर पालिका बिजुरी को दिया गया था जिसमें आजतक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई।
भ्रष्टाचार की नहीं हुई जांच
जानकारी के अनुसार नगर पालिका द्वारा कार्यों को लेकर करोड़ों की भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसको लेकर नगर की जनता में आक्रोश बढ़ता चला जा रहा है एवं सारे नियमों को शिथिल करते हुए जीरो से लेकर 100000 तक के कार्य में पर्याप्त मात्रा में भ्रष्टाचार किया जा रहा है जोकि नियमावली के अनुसार अति आवश्यक कार्यों मैं एक लाख के अंदर का कार्य किया जाना है लेकिन नियमों को शिथिल करते हुए एक लाख के अंदर के कार्यों पर लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है जानकारी के अनुसार जहां 100 मीटर नाली का निर्माण या सड़क का निर्माण होना है वहां पर परिषद द्वारा अलग-अलग नाम व जगह दर्शाते हुए 30- 30 मीटर की एक लाख के अंदर का कार्य स्वीकृत कर नियमो को दरकिनार करते हुए कार्य करवाया जा रहा है।
आखिर कब जागेंगे जिम्मेदार...
नगर पालिका बिजुरी में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर लगातार जनता आवाज उठा रही है और मांग कर रही है कि उच्च स्तरीय जांच किया जाए जिससे करोड़ो के भ्रष्टाचार को रोका जा सके मनमानी तरीके से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं शिकायतों के बाद भी साइड में इंजीनियर जांच करने भी आना मुलाजिम नहीं समझते सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंजीनियर के साइड में ना आने को लेकर कमीशन के रूप में पीले कलर वाले गांधीजी लिफाफे में साहब के ऑफिस में पहुंचा दिया जाता है और इस कदर लिफाफे के दम पर भ्रष्टाचार ठेकेदार द्वारा किया जाता है कि स्टीमेट को दरकिनार करते हुए मनमानी तरीके से निर्माण कार्य कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है नगर की जनता उच्च अधिकारियों से जांच की मांग कर रही है।
इनका कहना है
कार्यपालन यंत्री को भेजकर जांच करवाई जाएगी अगर गलत है भुगतान हुआ है तो उसकी रिकवरी की जाएगी।
मकबूल खान
संयुक्त संचालक संभाग शहडोल
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