खुशियों की दास्ताँ, जिले के 17 गांवों के 250 पशु पालकों से 500 लीटर प्रतिदिन हो रहा दुग्ध का संग्रह
डीएमएफ से बिजुरी, राजनगर एवं पसान में बल्क मिल्क कूलर की स्थापना हेतु 4.14 करोड़ की स्वीकृति
3 दुग्ध चीलिंग प्लांट खुलने से 5 हजार ली. प्रतिदिन होगा दुग्ध कलेक्शन
अनूपपुर:- जिले में मिल्क रूट का निर्माण कर 17 गांवों के 250 पशुपालकों को दुग्ध सहकारी समिति से जोड़कर 10 दुग्ध सहकारी समिति/सेन्टर का गठन कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना के दिशानिर्देशन में किया गया है। जिला खनिज मद से 3 मिल्क चीलिंग प्लांट जिले के बिजुरी, राजनगर एवं पसान में बल्क मिल्क कूलर की स्थापना हेतु 4.14 करोड़ स्वीकृत किया जाकर दुग्ध महासंघ जबलपुर को एजेन्सी बनाया गया है। तीनों दुग्ध चीलिंग प्लांट खोले जाने के बाद 5 हजार ली. प्रतिदिन दूध का कलेक्शन एवं ठण्डाकर टैंकर्स के माध्यम से परिवहन कर जबलपुर दुग्ध महासंघ भेजने का लक्ष्य रखा गया है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप संचालक डॉ. व्ही.पी.एस. चौहान ने बताया है कि पशु पालन विभाग के मैदानी अधिकारी, कर्मचारी एवं प्लांट प्रभारी जबलपुर दुग्ध सहकारी समिति शहडोल, अनूपपुर श्री शशिकांत सोनी द्वारा मिल्क रूट निर्माण के लिए 17 गांवों के 250 पशुपालकों को चिन्हांकन किया गया है। दुग्ध सहकारी समिति के सदस्यों को पशुपालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड के प्रकरण तैयार बैंकों के माध्यम से स्वीकृत कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य शासन द्वारा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा पशुपालकों को दुग्ध सहकारी समिति से जोड़कर आर्थिक स्वावलम्बी बनाने के प्रयास मील का पत्थर साबित होंगे। दुग्ध कलेक्शन की चैन को आगे बढ़ाकर पूरे जिले में श्वेत क्रांति लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिले के कृषक कृषि एवं उद्यानिकी व्यवसाय के साथ ही पशुपालन की दिशा में आगे बढ़ें इस हेतु पशुपालन विभाग द्वारा अमले का सहयोग लेकर तकनीकी व आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने के संबंध में कृषकों को प्रेरित किया जा रहा है।
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