केजी डेवलपर्स कम्पनी द्वारा सोन के सीने में हैवी पोकलेन उतार मनमानी ढंग से किया जा रहा रेत का अवैध उत्खनन
स्वीकृत रेत खदानों के सीमांकन एवं गहराई की माप से खुलेगी अवैध खनन का राज
इंट्रो:- जिस प्रकार से अनूपपुर जिले में ठेका कंपनी केजी डेवलपर्स की मनमानी चल रही है उससे तो यही प्रतीत हो रहा है की हमाम में सब... की तर्ज पर अपनी जिम्मेदारियों को खनिज विभाग के अधिकारियों ने तिलांजली देकर ठेका कंपनी के कर्ता धर्ताओं का दामन थाम लिया है सबसे बड़ा सवाल तो यह है की अवैध उत्खनन एवं प्राप्त शिकायतो पर माईनिंग विभाग मौन धारण किये बैठा है! सीएम हेल्पलाइन में कई बार शिकायत होने के बाद भी माइनिंग विभाग की नींद नहीं खुली और ठेकेदार के हौसले बुलंद होते गए जिसके कारण नदियों का बहाव का रुख मोड़ हेवी मशीन उतारकर नदियों के बीच खोह बना दिया गया!
अनूपपुर:-जिले में केजी डेवलपर्स को रेत निकालने का ठेका मिला हालांकि यह बात अलग है कि शासन ने जिस मनसा से केजी डेवलपर को ठेका दिया था उसमें नदियों को सुरक्षा का भी ध्यान रखने का जिम्मा शामिल रहा लेकिन माइनिंग विभाग के संरक्षण मिलने के बाद ठेका कंपनी का मनमानी रवैया इस कदर बढ़ा कि कहीं अवैध खनन खुद करा रही है तो कहीं स्थानीय नेताओं के संरक्षण में पेटी कॉन्ट्रैक्ट में दे दिया गया है। फिर क्या हाईवे पोकलेन मशीन उतारकर लगभग नदी के बहाव से 40 फीट नीचे खोदकर रेत निकालना शुरू कर दिया!
नियम विरुद्ध खनन......
केजी डेवलपर पर जो ठेका मिलने के बाद से ही अपने नियम विरुद्ध खनन के लिए चर्चा में रही है चाहे फिर वह सोन का स्वर्ण घाट हो या केवई का चंगेरी घाट हालांकि इन सब के पीछे खादी धारी के संरक्षण छिपा हुआ है चर्चा तो इस बात की भी है कि जिले का एक खादी के संरक्षण के बाद ठेका कंपनी खुलेआम नियम विरुद्ध खनन करा रही है जो न ही प्रशासन से छुपा है और ना ही सत्ताधारी नेताओं से अब देखना यह है कि नियम विरुद्ध खनन रुकता है या और तेज हो जाता है।
मानको की उड़ रही धज्जियां...
वैसे तो कोई भी निर्माण कार्य या फिर सरकार द्वारा संचालित किए गए कार्यों का कंस्ट्रक्शन एरिया में बोर्ड आवश्यक रूप से लगाने के निर्देश होते है जिसमें ठेका कंपनी का नाम, कंस्ट्रक्शन क्षेत्र व कीमत इत्यादि दर्शाया जाता है जिससे कार्य की पारदर्शिता बनी रहे लेकिन सारे नियमों को दरकिनार करते हुए रेत ठेकेदार ने सिर्फ और सिर्फ उत्खनन पर ध्यान दिया ना तो यहां पर बोर्ड का पता है ना ही कितने घन मीटर रुपए रेत की कीमत है एक ही चीज यहां पर है ‘‘आइए पैसा दीजिए और रेत ले जाइए’’ हालांकि इसकी शिकायत कई बार मीडिया एवं नेताओं द्वारा माइनिंग अधिकारी को दी गई है लेकिन पता नहीं अभी तक जिम्मेदारों को फुर्सत क्यों नहीं मिली कि आकर रेत ठेकेदार की लापरवाही को देख सके व कार्यवाही कर सके।
उचित कारण जानने कलेक्टर के आदेश पर मौके पर पहुंचा जांच दल
सीतापुर के सोन नदी में शुक्रवार 18 मार्च 2022 को ग्राम बरबसपुर निवासी अंशुल कुजूर पिता श्री दीपक कुजूर शनिवार 19 मार्च 2022 को आलोक केवट पिता पुरेंद्र केवट उम्र 19 वर्ष निवासी महूदा तहसील जैतहरी एवं अभय द्विवेदी पिता श्री रमेश चंद्र द्विवेदी उम्र 22 वर्ष निवासी जेल भवन के पास सकरिया अनूपपुर की स्नान करने के दौरान डूबने से मृत्यु होने की घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए संपूर्ण घटना की परिस्थिति की जांच किए जाने हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी सुश्री सोनिया मीना के निर्देश पर अपर जिला दंडाधिकारी श्री सरोधन सिंह ने जांच दल गठित किया है जांच दल में अनुविभागीय दंडाधिकारी अनूपपुर श्री कमलेश पुरी, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनूपपुर सुश्री कीर्ति बघेल, खनि निरीक्षक अनूपपुर श्रीमती ईषा वर्मा शामिल है। जांच दल को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर रेत खनन नियम शर्ते एवं घटना के वैधानिक स्थितियों के अनुसार जांच कर अभिमत सहित जांच प्रतिवेदन आज ही उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। जांच आदेश मिलते ही जांच दल ने सीतापुर स्थित सोन नदी के घटनास्थल पर पहुंच कर जांच प्रारंभ कर दी है।
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