आखिर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियम विरुद्ध संचालित संगीता नर्सिंग होम को क्यों दे रहे हैं संरक्षण....?
कहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के संरक्षण में तो नहीं फल फूल रहा नियम विरुद्ध संचालित नर्सिंग होम, जन चर्चा का बना विषय
नजूल की भूमि, बिना अनुज्ञा प्रमाण पत्र, रजिस्ट्री, पट्टा के बिना नियम विरुद्ध नक्शा पास कर जारी किया गया फायर एनओसी, हुईं शिकायत
इंट्रो:- प्रदेश में विकास को लेकर बड़े-बड़े दावे करने मुख्यमंत्री दिन-रात जनता की सेवा के लिए तत्पर दिखाई दे रहे हैं वही अनूपपुर जिले के आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र में जनता ठगी महसूस कर रही है शिकायत तो अधिकारियों के पास पहुंच रही है, लेकिन रसूख और गांधी जी के कृपा के आगे स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग बवना दिखाई दे रहा है, जिले सहित बिजुरी में संचालित निजी नर्सिंग होम संचालकों द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से, चिकित्सा मानकों के विपरीतफर्जी तरीके से संचालित करते हुए लूट का अड्डा बना चुके हैं, जिनकी कई शिकायत भी हुई है, लेकिन आदिवासी जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रूप में जब से एसपी राय की पदस्थापना हुई है तब से जैसे नर्सिंग होम संचालकों की बल्ले-बल्ले हो गई हो! आम जनता लुट रही है और साहब को जानकारी के बाद भी कारवाही के जगह संरक्षण देने में व्यस्त हैं! बिगड़ती चिकित्सा व्यवस्था, मनमानी तरीके से संचालित नर्सिंग होम यदि कार्यवाही ना की गई तो बड़ी घटना हो सकती है! अब जनता को उम्मीद है कि सूबे के मुखिया माननीय शिवराज सिंह चौहान जी कब हेलीकॉप्टर के माध्यम से अनूपपुर औचक निरीक्षण करने पहुंचे और इस तरह के संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करें!
अनूपपुर:-एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए कहीं भी किसी भी वक्त किसी भी जिले में पहुंच औचक निरीक्षण कर रहे हैं, गलत व नियम विरुद्ध पाए जाने पर तत्काल कार्यवाही की जा रही है, वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर से सटा अनूपपुर जिला जो कि आदिवासी बहुल क्षेत्र के नाम से जाना जाता है, जहां भोले भाले आम नागरिक निवास करते हैं, ऐसे जिले में सरकारी चिकित्सालयों मे भी कई बार बड़ी बड़ी लापरवाही सामने आती दिखाई दे रही हैं, चाहे हॉस्पिटल प्रांगण में जूते मारने का मामला हो, या फिर बच्चे बदल जाने का मामला हो, हॉस्पिटल से मृत नवजात शिशु को कुत्तों द्वारा नोचने का मामला और इस तरह की घटनाएं होते चले आ रहे हैं! इसी तरह कोतमा बड़ी बेलिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से डिलीवरी पेशेंट को रेफर के माध्यम से संगीता नर्सिंग होम बिजुरी भेजने का मामला हो! और उक्त निजी नर्सिंग होम संचालक द्वारा परिजनो से पैसा जमा कराकर केस बिगड़ते ही आनन-फानन में शहडोल रेफर करते हुए अपना पल्ला झाड़ लिये तत्पश्चात कुछ ही देर बाद रास्ते में प्रसूता की मृत्यु हो गई और समुदायिक स्वास्थ्य मे प्रसूता के परिजन मीडिया के सामने चिल्ला चिल्ला कर संगीता नर्सिंग होम में कार्यवाही की मांग की गई!
फर्जी दस्तावेज और फायर एनओसी का खेल, हुईं शिकायत
1.-अनूपपुर जिले के बिजुरी नगर पालिका के वार्ड कं0 09 में निर्मित भवन / अस्पताल प्लाट नं0 85 पूर्णतः शासकीय (नजूल भूमि पर लगभग 20 वर्षों से निर्मित व संचालित है । 2.- संगीता नर्सिंग होम संगीता तिवारी पति डा० बसंत कुमार शर्मा द्वारा बिना निकाय की अनुमति के उक्त वार्ड में विगत 20 वर्षों से भवन / अस्पताल बनाकर संचालन कर रहे है ।3. संगीता नर्सिंग होम के नाम से भवन / अस्पताल को आज तक स्थानीय निकाय से अनुज्ञा प्रमाण पत्र जारी नही किया गया है क्योकि भूमि शासकीय (नजूल) की है। भूमि पर संगीता तिवारी पति डा० बसंत कुमार शर्मा राजस्व रिकार्ड के अनुसार केवल काबिज है, भूमि भवन का नामान्तरण, पट्टा व रजिस्ट्री नहीं है ।4. ग्राम बिजुरी पटवारी हल्का बिजुरी (42) की नजूल भूमि प्लाट नं0 85 के अंश भाग में संगीता तिवारी पति बसंत कुमार शर्मा द्वारा अनुबंध कराकर भवन / अस्पताल निर्माण किया । शासकीय (नजूल ) भूमि होने के कारण उक्त भूमि का विक्रय नही किया जा सकता एवं उक्त भूमि पर किया गया निर्माण आवासीय न होकर उपक्रम में किया जा रहा है जो कि अवैध है ।5. अस्पताल संचालक डॉ० बसंत कुमार शर्मा द्वारा नपा बिजुरी में वर्ष 2007. अप्रैल व पुनः 12/06/2022 नपा में आवेदन प्रस्तुत कर भवन / अस्पताल स्थापन बात अनुमति हेतु दिया गया था लेकिन नपा द्वारा बिना रजिस्ट्री पट्टा व मूल आवश्यक दस्तावेजों के बिना तत्कालीन प्रभारी नपाधिकारी द्वारा नजूल भूमि का दिनांक 10/09/2022 को नक्सा पास कर दिया गया उक्त नक्सा के आधार पर संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विकास विभाग शहडोल द्वारा फायर सेफ्टी की अस्थाई प्रमाण पत्र 15/09/2022 को नियम विरूद्ध तरीके से जारी कर दिया गया उक्त दिनॉक को निकाय का चुनाव था, जारी दिनांक को आदर्श आचार संहिता भी लगी हुई थी, उक्त अधिकारी द्वारा व्यक्ति विशेष को लाभ पहुँचा कर चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन किया गया ।6. इसी तरह स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा संगीता नर्सिंग को जारी पंजीयन में भी कूटरचित दस्तावेजों को सम्मिलित किया गया है, जबकि उक्त भूमि भवन / अस्पताल की शासन द्वारा अनुज्ञा प्रमाण पत्र, रजिस्ट्री, पट्टा व खसरा की प्रमाणित प्रति संलग्न नहीं है फिर भी विभाग द्वारा पंजीयन प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया ।7. बिजुरी नपा द्वारा अनुज्ञा प्रमाण पत्र जारी किए बिना ही शासकीय (नजूल ) भूमि पर निर्मित अस्पताल को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फायर सेफ्टी एन. ओ. सी. नियम विरूद्ध जारी कर दी गई । 8.संगीता नर्सिंग होम का जब पंजीयन किया गया था तब पंजीयन के लिए नियमानुसार चाहे गये दस्तावेज नर्सिंग स्टाफ व अन्य औपचारिकताएं पूर्ण नही की गई फिर भी पंजीयन हो गया जो विधि विपरीत है । शिकायतकर्ता ने शिकायत करते हुए बिन्दुवार जाँच प्रशासनिक टीम गठित कर वैधानिक कार्यवाही कर संगीता नर्सिंग होम व अन्य संस्थाओं को जारी फायर सेफ्टी एन. ओ. सी. निरस्त करने की कृपा करें ।
कूट रचित दस्तावेज के आधार पर जारी फायर एनओसी, लगे आरोप
म०प्र० के जबलपुर निजी अस्पताल में वर्ष 2022 में आग लगने की घटना से प्रशासन द्वारा अनूपपुर जिले के कई निजी अस्पतालों को फॉयर सेफटी की नोटिस जारी की गई, आनन-फानन में कुछ अस्पताल संचालकों ने ही एन०ओ०सी० बना पाये, फिर भी बिना एन०ओ०सी० के कई अस्पताल अभी भी संचालित हैं। कुछ तो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभाग से फायर सेफटी की एन०ओ०सी० बनवाकर पुनः अस्पताल संचालन कर रहे हैं। जिले के बिजुरी नगर में स्थित वार्ड क. 9 में संचालित संगीता मल्टी स्पस्लिटी हॉस्पिटल जो पिछले 15 वर्षो से बिला फायर सेफटी एन०ओ०सी० के चल रहा था। एक माह पूर्व शासन की नोटिस के बाद अस्पताल बन्द कर दिया गया था, लेकिन पुनः फर्जी एन०ओ०सी० के आधार पर अस्पताल प्रारम्भ कर दिया गया है। असपताल प्रबंधन द्वारा फायर सेफटी के कूटरचित जाली दस्तावेज तैयार कर एन०ओ०सी० बनवाया गया है।
सुर्खियों में बना रहता है नर्सिंग होम
ऐसे तो बात करें तो अपने कारनामों को लेकर हमेशा बिजुरी में संचालित संगीता नर्सिंग होम सुर्खियों में बना रहता है वार्ड क्रमांक 9 मे नजूल की भूमि में बने 2 मंजिला बिल्डिंग मे संचालित है जहा गाड़ी पार्क सड़क पर ही करना पड़ता है जिससे वहां पर रहने वाले लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है,वही मनमानी ढंग से मरीजों से वसूला जाने वाले पैसो और रसूख का रुतबा नर्सिंग होम संचालक डॉ. बीके शर्मा में झलकती है जो अब पत्रकारों को भी देख लेने की धमकी खुले आम देता है हालांकि जिसकी शिकायत भी थाने में की गई है!
इनका कहना है
उक्त मामले में सीएमओ बिजुरी से वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी गई है!
आर.पी.सोनी
संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन शहडोल
उक्त मामले में मेरे लेवल की रिपोर्ट मुझे मिल गई है रजिस्ट्रेशन के लिए दस्तावेज रजिस्ट्रेशन पालूशन एवं फायर एनओसी भी है, जो डॉक्यूमेंट चाहिए जिससे रजिस्ट्रेशन होता है वह डॉक्यूमेंट उपलब्ध है, जब हमारे द्वारा पार्किंग व्यवस्था के लिए पूछा गया तोबताया गया किपार्किंग व्यवस्था हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है, हमें जिन दस्तावेजों कीजरूरत रजिस्ट्रेशन के लिए होती है उसकी रिपोर्ट जांच अधिकारी डॉ राजेंद्र वर्मा द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, जिसमें सही पाया गया है!
एस.पी राय
मुख्य चिकित्सा अधिकारी,अनूपपुर
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