कोयले कि नगरी में हो रहा है तांबा और लोहे कि तलाश,कबाड़ माफिया भोल्ले कर रहा कारोबार गुलजार
निगरानी बदमाश सहित दर्जनों मामले है दर्ज, आखिर कब होगा भोल्ले के ऊपर जिला बदल की कार्रवाई....?
इंट्रो:- अनूपपुर जिले के अंतिम छोर कोयलांचल नगरी बिजुरी में संवेदनशील पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर बढ़ती चोरी की घटनाओं को देखते हुए निगरानी बदमाश भोल्ले कबाड़ी के ऊपर बिजुरी पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई थी जिसमें अवैध चोरी का लोहा जप्त करते हुए कार्रवाई की गई थी जिससे चोरी पर विराम लगा था लेकिन स्थानी थाने में निगरानी बदमाश के लिस्ट में होने के बाद भी इस तरह के कर नाम को अंजाम देना कई प्रश्न चिन्ह खड़ा होता दिखाई दे रहा है दर्जनों मामले दर्ज होने के बाद उक्त अवैध कबाड़ माफिया अभी तक जिला बदर की कार्यवाही से कोसों दूर दिखाई पड़ रहा है और क्षेत्र में लोहे के साथ साथ तांबा मे भी हाथ साफ किया जा रहा है!
अनूपपुर(बिजुरी):-थाना क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन अनवरत होती चोरी के मामलों ने जिस तरह से ख्याति प्राप्त कर बिजुरी थाना क्षेत्र को अनूपपुर जिला सहित सम्भाग एवं प्रदेशिक राजधानी के गली-गलियारों में चर्चित कर, कोयला उद्योग अर्थात कोयलांचल नगरी बिजुरी को सुर्खियों में लाकर खडा़ कर दिया है। उससे वर्तमान प्रशासनिक अमला सहित प्रदेश सरकार कि संचालन नीति पर एक बडा़ प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है। वहीं भाजपा शासित सरकार कि नीति और नियत पर भी लोगों ने तरह-तरह के सवाल खडे़ करना प्रारम्भ कर दिऐ हैं। जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्यासी को कोयलांचल क्षेत्र बिजुरी से नकारात्मक परिणामों से गुजरना पड़ सकता है। ऐसी सम्भावनाओं को कदापि इंकार नही किया जा सकता है।
लौह एवं ताम्बा सम्बंधित समानों कि लगातार हो रही है चोरियां
क्षेत्र का मुख्य केन्द्र बिजुरी सहित विभिन्न स्थानों में लगातार हो रही सायकल एवं मोटर सायकल सहित इत्यादी समानों कि चोरियों ने कानून के सिपाहियों कि कर्तव्य परायणता एवं सक्रयिता पर गम्भीर सवाल खडे़ किऐ हैं। लोगो कि मानें तो नगर स्थित रेलवे ओवरब्रिज के पार रहने वाला कबाड़ माफिया। चंद कानूनी जिम्मेदारों के संरक्षण में कानून के ही आंखों में पट्टी बांधने का कार्य कर रहा है। और कबाड़ के नाम पर लौह कलपुर्जों सहित ताम्बा जैसे कीमती अयस्कों का खुलेआम अवैध कारोबार कर, प्रशासनिक जिम्मेदारों कि कर्तव्यनिष्ठा को लगातार चुनौतियां प्रदान कर रहा है। बावजूद इसके पुलिस अमला के जिम्मेदार, उक्त अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने में नाकाम, और माफिया पर कार्रवाई में नाकारा साबित हो रहे हैं। परिणाम स्वरूप उक्त कबाड़ माफिया ने कोयला उद्योग कि नगरी को, आमदनी का चारागाह बना लिया है। मसलन क्षेत्र के भवन-मकान सहित इत्यादी शासकीय सम्पत्तियों का लगातार दोहन कर, कबाड़ माफिया कानून के लम्बे हाथों को अदना कर स्वयं का आधिपत्य स्थापित कर लिया है।
भोल्ले कबाड़ी पर नहीं पुलिस का भय
अनूपपुर जिले में बतौर पुलिस अधीक्षक के रूप में जितेन्द्र सिंह पवार कि पदस्थापना होने पश्चात लोगों में आस जगी थी, कि नवागत पुलिस अधीक्षक भी पूर्व के पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल कि भांति जिला क्षेत्र में अवैध, कबाड़, जुआं और सट्टा सहित माफियाओं पर नकेल कसकर कानून का परचम लहराऐंगे। दुर्भाग्यवश ऐसा बिल्कुल भी नही हो पा रहा है। और अनूपपुर जिले का औद्योगिक नगरी बिजुरी सभी अवैध कारोबारों का गढ़ बनकर, न्याय दण्ड संहिता विधान का उपहास उडा़ रहा है। वहीं आम नागरिक शासन-सरकार कि संचालन नीति को भी कोस-कोसकर अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
दर्जनों मामले दर्ज, जिला बदर की कार्यवाही कब
आगामी कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहा है जिसकी तैयारी प्रशासन जोरों शोरों पर कर रही है दर्जनों मामले दर्ज होने के बाद भी स्थानीय थाना बिजुरी मे निगरानी बदमाश की लिस्ट में दर्ज भोल्ले कबाड़ी जो खुले आम अपने व अपने गुर्गों के सहारे अवैध कपाल कारोबार को अंजाम निगरानी लिस्ट में होने के बाद दे रहा है जो बीते दिनों बिजुरी पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई चीख चीख कर कह रही है कि निगरानी बदमाश होते हुये भी हौसले इतने बुलंद की पुलिस को चुनौती देते हुए अवैध कबाड़ कारोबार को अंजाम दे रहा है और फिर शुरू होगा तांबे सहित अवैध लोहे की चोरी का कारोबार खुलेआम घूम रहा निगरानी बदमाश और दर्जनों मामले दर्ज होने के बाद भी जिला बदर की कार्यवाही की जगह दे रहा अवैध कार्यों को अंजाम!
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