वह क्या कारीगिरी है?
फुंदेलाल -हिमाद्री के गृह ग्राम में सड़को की ऐसी हालत,राहगीरों के लिए बनी मुसीबत- MPRDC अपने आप में मस्त
अनूपपुर:-मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम आए दिन अपने कारनामों की वजह से सुर्खियां बटोरता रहता है, इस इस विभाग की कारिस्तानी किसी से छुपी नहीं है सरकारी पैसों का इस तरह से बंदरबाट किया जाता है की आम लोगों की आवागमन की सुविधा मुहैया कराने के लिए जो जिम्मेदारी इस विभाग को सौंप जाती है उसी जिम्मेदारी को निभाने में पैसों की जमकर विभागीय नुमाइंदे होली खेलते नजर आते रहते हैं, जिसका जीता जाता उदाहरण अनूपपुर के पुष्पराजगढ़ मुख्यालय में मार्को फीलिंग स्टेशन के पास देखने को मिल रहा है।जिले के सभी बड़े अधिकारियों का रोज का आना जाना इस सड़क से होता है पर इस समस्या का निदान करना लगता है इनके बूते की बात नहीं है।
क्या है पूरा मामला
अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ मुख्यालय अंर्तगत विगत कई वर्षों से शासकीय महाविद्यालय पुष्पराजगढ़ के मंडल द्वार से लेकर मार्को फीलिंग स्टेशन तक पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने से हल्की ही बारिश से पूरे रोड में पानी का भराव हो जाता रहा है गौरतलब हो की इस समस्या से आसपास के रहवासी सहित पुष्पराजगढ़ तहसील का सबसे बड़ा शिक्षा का मन्दिर जिसे लखौरा स्कूल के नाम से जाना जाता है वह पढ़ने वाले बच्चों, महाविद्यालय के बच्चे भी इस समस्या से अति पीड़ित रहे है जिसको देखते हुए एक पुल का निर्माण बीते दिनों में कराया गया जिससे ये समस्या उत्पन्न न हो लेकिन बे मौसम बारिश होने से ये जो कारनामा MPRDC द्वारा किया गया है उससे विभागीय कार्यप्रणाली पर अब प्रश्न चिन्ह उठ रहे है। बीते दिनों हुई बारिश में भी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए चौथे स्तंभ मीडिया ने इस मुद्दे को उठाया था जिसमे औपचारिकता निभाते हुए जिम्मेदारों ने पानी निकासी के लिए नाली तो बनवाई पर एक बार फिर हुए बे मौसम बारिश से हालात जस का तस बना हुआ है।
पुल बना इंजीनियरिंग की पेस की मिशाल
जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिस पुल का निर्माण MPRDC द्वारा करवाया गया है वह काबिले तारीफ है पुल से गुजरने वाले सभी राहगीर पुल पर किए गए कारीगिरी देख तारीफ करते थकते नहीं है, पानी निकासी के लिए बनाया गया पुल अब अपनी आप बीती खुद ही बया कर रहा है आमजन मानस को सुगम रास्ता बना कर देने वाला विभाग के जिम्मेदार उपयंत्री ऐसा पुल निर्माण करवाए है की पानी पुल के नीचे से जाने की जगह ऊपर से निकलने को मजबूर है इसलिए ये कहना गलत न होगा कि MPRDC द्वारा पुल बना इंजीनियरिंग की अद्भुत मिशाल पेश की है।
बे मौसम बारिश से हो रहा जल भराव
पुल बने अभी चंद ही दिन हुए है कि हुए बे मौसम बारिश ने विभाग की पोल खोल कर रख दी है महज कुछ ही घंटो की बारिश से घुटनों के ऊपर तक पानी पुल के सड़क पर भरा हुआ है जो किसी भी आने जाने वाले विभागीय अधिकारियों या फिर जिले में बैठे आला अधिकारियों को नजर नहीं आ रही है इस समस्या से स्कूल जाने वाले बच्चे या पैदल चलने वाले राहगीरों को इस सड़क पर पानी भराव से अब चलना दुभर हो गया है।सांसद विधायक के निवास ग्राम में यह हालात लोगो को सोचने में विवास कर रहे है, इस पुष्पराजगढ़ में सभी विभागों के अनुविभागीय अधिकारी भी रहते है पर यह MPRDC सड़क पर किए गए कार्य जो की बे मौसम हुई बारिश से ही अपनी गवाही खुद ही बया करती है।
सरकारी राशि की खेली जा रही जम कर होली
जानकारी अनुसार MPRDC द्वारा बनाये गये पुल निर्माण की लागत लगभग 6 लाख 50 हजार रुपए है जिसको मूर्तिरूप देने की जिम्मेदारी विभाग द्वारा वेदिका स्टोन क्रेशर एंड कंस्ट्रक्शन को दिया गया था जिसमे निगरानी रखने के लिए खुद ही विभाग के उपयंत्री कार्यस्थल पर जमे रहते रहे है जिस तरह से उपयंत्री द्वारा अपने मौजूदगी में पुष्पराजगढ़ के रीवा अमरकंटक मार्ग पर मार्को फीलिंग स्टेशन के पास निर्माण करवाया है वह भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है कि उक्त कार्य के लिए आवंटित राशि का सही तरह से क्रियान्वयन न होने से जनता अब कहते नहीं थक रही है की सरकारी नुमाइंदों द्वारा सरकारी राशि की जम कर होली खेली जा रही है।
इनका कहना है।
सांसद विधायक के ग्रह ग्राम में जब यह हालात है तब सोचिए पूरे छेत्र में क्या हालात होंगे।
पुष्पेंद्र सिंह
राहगीर
मै MPRDC के अधिकारियों से बात कर इस समस्या को दूर करवाता हूं।
सुधाकर सिंह
एसडीएम पुष्पराजगढ़
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