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Saturday, June 1, 2024

चंगेरी में सीमा के बाहर भारी तादाद में अवैध खनन और स्वीकृत खादान मौहरी के जगह छुलकारी ग्राम से सटे नदी मे कर रहे खनन



चंगेरी में सीमा के बाहर भारी तादाद में अवैध खनन और स्वीकृत खादान मौहरी के जगह छुलकारी ग्राम से सटे नदी मे कर रहे खनन 


एसोसिएट ऑनर्स की मनमाना - अवैध खनन कर शासन को राजस्व का चूना लगाना


 ठेकेदार ने दिया नियमों क़ो तिलांजलि, अवैध खनन को दे रहा बढ़ावा 


 जीवन दायनी नदियों के अस्तित्व से कर रहा खिलवाड़ -हेवी मशीन से नदियों का सीना कर रहा छलनी 


 संवेदनशील कलेक्टर के आदेश के बाद भी नहीं लगा अवैध खनन पर रोक -एनजीटी और पर्यावरण के नियमों की भी उड़ रही धज्जिय्या 


इंट्रो :- शासन की मंशा के विपरीत ठेकेदार एसोसिएट ऑनर्स द्वारा मनमानी ढंग से पहले तो बिना सीमांकन ही रेत खदानों का संचालन शुरू कर दिया उसके बाद शुरू किया हेवी मशीन उतारकर रेत का बहाव रोककर 3 मीटर नीचे खुदाई का खेल! वहीं दूसरी ओर मौहरी के नाम पर रेत की खदान आवंटित होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा मनमानी तरीके से खदान का संचालन किया जा रहा है। छुलकारी ग्राम के नदी के तट में उत्खनन कर ठेकेदार द्वारा विक्रय किया जा रहा है लेकिन खदान खनिज विभाग द्वारा मौहरी में चिन्हित की गई है और बात करें कोतमा के चंगेरी घाट की तो उक्त जगह में लगभग लीज क्षेत्र के बाहर तीन हेक्टेयर से ज्यादा का अवैध खनन कर राजस्व को चूना लगाया गया है इस तरह ठेकेदार द्वारा किए जा रहे किए जा रहे अवैध खनन और एनजीटी पर्यावरण व सुरक्षा मापदंडो  कि जिस प्रकार धज्जिया उड़ाई जा रही है जो कहीं न कहीं जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता दिखाई पड़ रहा!

 

अनूपपुर(प्रकाश सिंह):-भले ही पूरे जिले मे खनिज कि भरपूर मात्रा पाई जाती है  सौंदर्य और संस्कृति का अनूपपुर सबसे बड़ा उदाहरण है। लेकिन इस सौंदर्य और संस्कृति पर खनिज माफियाओं की नजर पड़ी हुई है। अनूपपुर की जीवन दयानी नदियों पर खनिज माफिया की क्रूर दृष्टि पड़ चुकी है जिससे अब खनिज माफिया धड़ल्ले से  विभाग के संरक्षण में रेट गिट्टी मिट्टी और कोयले का अवैध उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं। सोन,केवई, नर्मदा के साथ दो दर्जन से ज्यादा छोटे बड़े नाला से रेत उत्खनन का कार्य तेजी से चल रहा है। रेत ठेकेदार एसोसिएट ऑनर्स पर्यावरण और खनिज विभाग के नियमों के विपरीत चलकर उत्खनन का कार्य कर रहा है लेकिन क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी और जिला खनिज अधिकारी चुप्पी साधते हुए अवैध उत्खनन में मौन स्वीकृति दर्ज कर रहे हैं। 


 खनिज विभाग पर भारी ठेकेदार की मनमानी

अनूपपुर जिले में रेत उत्खनन करने का ठेका मेसर्स एसोसिएट कॉमर्स को मिला है, जिले में खदान आवंटित होने के दिन से बिना सीमांकन किया ही मनमाने तरीके से ठेकेदार द्वारा अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। जिस पर खनिज विभाग द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही या जांच नहीं की जा रही है। ऑफिस में बैठकर मनमाने तरीके से सीमांकन कर नदियों का सीना छलनी करने के लिए छोड़ दिया गया है। चंगेरी,मौहरी, और मानपुर से नदियों के बीच पानी से रेत को निकाल कर ठेकेदार द्वारा बेचा जा रहा है जिसकी दर्जनों शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर पड़ी हुई है लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही विभाग द्वारा नहीं की जा रही।


ठेकेदार के पक्ष में 5 हेक्टेयर का खेल

रेत खदान आवंटित करने से पूर्व ही विभाग ठेकेदारों से संपर्क कर उनके सहूलियत के हिसाब से खदानों का मानक तय किया जाता है। खदानों को पांच हेक्टेयर से ज्यादा रखकर बड़ी मशीनों का उपयोग करने की परमिशन के लिए रास्ता बनाया जाता है। जिसमें मशीनों के नाम पर बड़ी-बड़ी पोकलेन उतार कर नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है। अनूपपुर जिले में यही फार्मूला आजमा कर खनिज विभाग अप्रत्याशी तरीके से ठेकेदार को लाभ पहुंचाता है ऐसा करने पर समय-समय पर ठेकेदार द्वारा नजराना पहुंचा दिया जाता है!


निविदा शर्तों का खुले आम उल्लंघन

रेत का ठेका करने के पूर्व निविदा में विभिन्न शर्तों के तहत ठेकेदार को कार्य करने की अनुमति देना था लेकिन ठेकेदार द्वारा बिना शर्त का पालन किये और बिना नियमों के पालन किये रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन तेजी से किया जा रहा है। सिया और पर्यावरण अनुमति के अनुसार ठेकेदार को खदान के आसपास नदी के तटों में वृक्षारोपण किया जाना था लेकिन आज दिनांक तक एक पौधे का भी रोपण ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया। जिससे पर्यावरण विभाग के नियम एवं कानून की धज्जियां उड़ा दी गई। दूसरी और नदियों के बीच पानी की धारा मोड़कर पानी से ही रेत का उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है सड़क पर रेत लोड कर दौड़ते हुए वाहनों से गिरता हुआ पानी इसका सबसे बड़ा सबूत है। इसके साथ ही ठेकेदार द्वारा जिस ग्राम पंचायत में खदान संचालित की जाती है उसके विकास के लिए कुछ राशि देनी पड़ती है लेकिन ठेकेदार द्वारा अब तक वह भी नहीं दी गई है जिससे नियम एवं शर्तों का पूरा उल्लंघन हो रहा है फिर भी खनिज विभाग और जिला प्रशासन आंख बंद कर उक्त उत्खनन को हरी झंडी दिखा रहा है। 


अवैध उत्खनन पर खनिज विभाग की चुप्पी

पूरे मामले को लेकर लगातार खनिज अधिकारियों से 181 और मौखिक एवं लिखित के रूप में शिकायतें की जा रही हैं लेकिन खनिज विभाग हाथ में हाथ रखकर बैठ गया है किसी प्रकार की शिकायतों पर कार्यवाही ना करते हुए ठेकेदार को भरपूर संरक्षण देने का कार्य विभाग द्वारा किया जा रहा है ठेकेदार द्वारा पुलिस मैनेजमेंट और खनिज विभाग को मैनेजमेंट कर अनूपपुर जिले के खनिज की लूट खुले आम कर रहा है और भारी तादाद में लीज क्षेत्र के बाहर उत्खनन सहित मशीन के माध्यम से रेत निकालकर बड़े गड्ढे का स्वरूप दिया जा रहा है!

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