कोतमा पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल, बिना जांच दर्ज हुआ एफ आई आर
दूसरे पक्ष की शिकायत पर टाल मटोल, नहीं किया गया मामला दर्ज
अनूपपुर- एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत गोविंदा साइडिंग में शनिवार की शाम ठेकेदार एवं राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान के बीच हुए विवाद के मामले में कोतमा पुलिस के ऊपर पक्षपात के आरोप लगे हैं । बताया गया कि कोतमा पुलिस ने सुरक्षा पर तैनात जवान की शिकायत पर ठेकेदार के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा सहित विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध करते हुए जांच शुरू किया है तो इधर ठेकेदार की शिकायत पर जांच का आश्वासन देते हुए मामले को ठंडा बस्ते में डाल दिया गया । हालांकि अब मामला तूल पकड़ते जा रहा है वहीं नगर में अब तरह-तरह की जन चर्चा भी होने लगी है कि आखिर पुलिस के मुंह देखी कार्रवाई करने के पीछे राज क्या है ।
यह पूरा मामला
जानकारी के अनुसार गोविंदा साइडिंग में रैक लोड करने का ठेका अभिषेक सिंह उर्फ विक्की को मिला है जो रोजाना की तरह डीजल टैंकर वाहन खाली करने शनिवार की शाम गोविंदा साइडिंग गए हुए थे । इस दौरान सुरक्षा पर तैनात प्रधान आरक्षक गणेश प्रधान टैंकर वाहन को रोक कर अंदर जाने से मना ही कर दिया । हालांकि इसी दौरान ठेकेदार अभिषेक सिंह पहुंचे जब इन्होंने पूछा कि आपने टैंकर वाहन को क्यों रोका तो उनके द्वारा डीजल की मांग की जाने लगी हालांकि अभिषेक सिंह ने इसकी शिकायत कोतमा थाने में दर्ज कराई है। शिकायत पर इन्होंने उल्लेखित किया है कि प्रत्येक हफ्ते इनके द्वारा डीजल की मांग की जाती रही है ,ना दिए जाने पर इन्होंने गाली गलौज करते हुए मारपीट की है । जिसकी शिकायत थाने में करने उपरांत भी पुलिस ने अभी तक प्रधान आरक्षक के विरुद्ध किसी प्रकार से कोई मामला दर्ज नहीं किया है । जबकि पुलिस का कहना है कि हम जांच के उपरांत ही मामला दर्ज करेंगे सवाल यह उठना है कि प्रधान आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने ठेकेदार के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला तो दर्ज कर लिया ।लेकिन ठेकेदार की शिकायत पर पुलिस जांच की बात क्यों कह रही है अब यह इसका जवाब पुलिस ही दे सकती है ।
थाना प्रभारी कोतमा ने बताया कि प्रधान आरक्षक गणेश प्रधान की शिकायत पर हमने मामला दर्ज किया है जिसका वीडियो भी हमारे पास मौजूद है । सवाल उठना है कि उस वीडियो के बिना जांच किए आखिर किसी ठेकेदार के विरुद्ध मामला दर्ज पुलिस कैसे कर सकती है । अगर पुलिस को मामला दर्ज करना ही था तो दोनों पक्ष के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच करती तो पुलिस के ऊपर किसी प्रकार से आरोप नहीं लगते । बताया जाता है कि अभिषेक सिंह उर्फ विक्की वरिष्ठ भाजपा नेता के पुत्र हैं । आखिर इस राजनीति या मामले के पीछे क्या षड्यंत्र है ? क्या किसी विरोधी या फिर राजनीतिक संरक्षण को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया है । इसका खुलासा जांच के बाद ही होगा लेकिन अब मामला तुल पकड़ते जा रहा है । जिसमें वरिष्ठ भाजपा नेता का भी नाम सामने आ रहा है हालांकि सोची समझी साजिश के तहत या मामला दर्ज किया गया है या फिर मामला कुछ और ही है ।
इनका कहना है
सुरक्षा पर तैनात प्रधान आरक्षक गणेश प्रधान के साथ गाली गलौज की वीडियो प्राप्त हुई थी जिसे आधार मानते हुए मामला दर्ज किया गया है ।सुदेश सिंह
मरावी थाना प्रभारी कोतमा
गोविंदा साइडिंग में रैक लोडिंग टेंडर मेरे पास है जहां रोजाना डीजल से भरे टैंकर वाहन जाते हैं सुरक्षा पर तैनात कर्मचारी के द्वारा डीजल की मांग की गई जब डीजल नहीं दिया गया तो गाली गलौज करते हुए मेरे साथ मारपीट की गई है । जिसकी शिकायत मैंने थाने में दर्ज कराई है ।
अभिषेक उर्फ विक्की सिंह
ठेकेदार जमुना कोतमा एरिया
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