बिजुरी नपा की करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांचकर्ता अधिकारी- करोड़पति बनने का सपना साकार करने नारोजाबाद में दिया भ्रष्टाचार को अंजाम
......तो क्या संवेदनशील मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के शासन में भी भ्रष्टाचारियों को बचाने दजिम्मेदार उच्चअधिकारी देंगे संरक्षण...?
सीएमओ ज्योति सिंह के भ्रष्टाचार की जनप्रतिनिधियों सहित भाजपा विधायक ने की शिकायत- कार्यवाही से कतरा रहे उच्च अधिकारी
क्या सीएमओ पति कंप्यूटर, ऑपरेटर,लेखापाल ने निभाया भ्रष्टाचार में मुख्य किरदार.....?
भाजपा विधायक, नपा उपाध्यक्ष,पार्षदों के शिकायत के बाद भी जांच व कार्यवाही न होने से उच्च मैनेजमेंट के चर्चे हुए आम
एक ओर प्रदेश सरकार जनता के विकास के लिए करोडो अरबो खर्च करती है जिसमें गठित नगर परिषदों में भी विकास कार्य हेतु करोड़ों रुपए दिया जाता है लेकिन सरकार द्वारा विकास कार्य हेतु खर्च करने के लिए नगर पालिकाओं मे मुख्य नगर पालिका अधिकारी की नियुक्ति की जाती है लेकिन प्रदेश सरकार के मंसा के अनुरूप सरकारी पैसे को देखकर जब अधिकारी करोड़पति बनने का सपना सजोअ लेता है तो सरकारी पैसा खाली करने जनता के विकास की जगह खुद का विकास करने भ्रष्टाचार को अंजाम देने का कार्य किया जाता है ऐसा ही एक मामला विंध्य क्षेत्र के उमरिया जिले के नरोजाबाद नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह द्वारा सरकारी राशि का अपने पति के साथ मिलकर कई फर्मों के माध्यम से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है शिकायत भी हुई किन्तु शासन द्वारा नियुक्त किए गए अधिकारी संयुक्त संचालक नगरी प्रशासन विभाग आर.एस. मंडलोई द्वारा नोटिस देकर बेहद फॉर्मेलिटी करते देखे जा रहे हैं जांच व कार्यवाही न होने से श्री मंडलोई के ऊपर भी अब प्रश्न चिन्ह खड़ा होना शुरू हो गया है और पूरे भ्रष्टाचार में संरक्षण देने का आरोप भी लग रहा है!
प्रकाश सिंह परिहार की कलम से
शहडोल /उमरिया:- उमरिया जिले की नौरोजाबाद नगर परिषद मे मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह द्वारा कार्य भर लेते ही भ्रष्टाचार को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रही हैं हालांकि इनके लिए यह कोई नई बात नहीं है इनके द्वारा अनूपपुर व उमरिया नगर पालिका में भी अपने कारनामों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रही है हालांकि उक्त दोनों जगह में भी शिकायत हुई है अब बात कर तो उमरिया जिले के नौरोजाबाद नगर परिषद में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन व अन्य कर्मचारीयों के साथ मिलकर सप्लायरों के साथ सीएमओ पति ने सरकारी राशि खाली करने एक स्कैम बनाते हुए लख टकिया फाइलों, जेम पोर्टल सहित खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार किया गया जिसकी शिकायत भी नपा उपाध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधियों द्वारा उच्च अधिकारियों के समक्ष की गई और शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर उमरिया द्वारा टीम गठित कर जांच भी कराई गई मिली जानकारी के अनुसार अनियमित भी पाई गई है कार्यवाही हेतु कमिश्नर कार्यालय भेजा गया है जिसमें सीएमओ ज्योति सिंह के रसूक के सामने प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में कार्यवाही लंबित है और उक्त पूरे मामले में नगरी प्रशासन विभाग के संयुक्त संचालक श्री मंडलोई द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही न करने एवं भ्रष्टाचार पर संरक्षण देने का आरोप भी लग चूका है!
संयुक्त संचालक का भ्रष्टाचार पर संरक्षण-लगे आरोप
मुख्यमंत्री, नगरी प्रशासन मंत्री, आयुक्त भरत यादव, कलेक्टर, संयुक्त संचालक शहडोल के समक्ष दर्जनों शिकायतें मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह के भ्रष्टाचार की बीते कई महीनो से की जा चुकी है हालांकि कलेक्टर उमरिया द्वारा जांच टीम गठित कर जांच कराई गई है जिसमें कार्यवाही कमिश्नर लेवल पर लंबित है वहीं दूसरी ओर संयुक्त संचालक शहडोल द्वारा जांच के नाम पर सिर्फ कोरमा पूर्ति करते देखे जा रहे हैं हालांकि भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष मनीष सिंह द्वारा आयुक्त नगरी प्रशासन विभाग को पत्र लिखते हुए यह बताया कि उक्त पूरे भ्रष्टाचार मामले पर श्री मंडलोई पैसे लेकर संरक्षण देने का कार्य किया जा रहा है इस प्रकार गंभीर भ्रष्टाचार मामले पर सीएमओ ज्योति सिंह पर कार्यवाही की जगह जांच के नाम पर सिर्फ कोरम पूर्ति देखी जा रही है जिससे यह अब यह भी प्रश्न खड़ा होने लगा है कि डॉक्टर मोहन यादव के डबल इंजन की सरकार में आखिर किस अधिकारी के संरक्षण में भ्रष्टाचार नुमा दंस पनप रहा है ऐसे अधिकारियों की भी जांच कर कार्यवाही की मांग की जा रही है जिससे प्रदेश सरकार एवं नगरी प्रशासन विभाग की छवि धूमिल होने से बचाया जा सके!
भाजपा नपा उपाध्यक्ष पार्षदों ने की थी शिकायत
नपा उपाध्यक्ष नईम उल्ला बेग व पार्षदो ने शिकायत करते हुए बताया कि मुख्य नगर परिषद अधिकारी ज्योति सिंह जब से नौरोजाबाद में पदस्थ है तब से सभी नियमो को ताक में रख कर सिर्फ और सिर्फ नियम विरुद्ध खरीदी में मन लगाया हुआ है जो की मध्यप्रदेश लेखा अधिनियम 2018 की धारा 1961 का खुल्ला उल्लंघन है, बड़ी बात यह है की इनके इस खरीदी में इनके पति के जान पहचान वाली चार फर्मे ही सबसे ज्यादा सप्लाई कर रहे है और आधा सामान तो आता ही नहीं है और जो आता भी है वह इनके द्वारा सबसे छुपा कर या तो उमरिया अपने घर या नौरोजाबाद डंपिंग यार्ड में रखवा दिया जाता है, सोचने वाली बात ये है की एक लाख की खरीदी में कोटेशन सूचना जो की सब जगह नियमानुसार चस्पा होती है, उसमे सिर्फ इनके जान पहचान वाले जो की मनेन्द्रगढ़, बिजुरी, विजयराघौगढ़, भोपाल से है वो तो निविदा आ जाती है लेकिन लोकल स्थानीय व्यापारियों को पता तक नहीं चलता है की कब निविदा निकली, जो साफ़ दर्शाता है की मुख्य नगर परिषद् अधिकारी ज्योति सिंह सिर्फ अपने पति के जानने वाली फर्मों को ही काम दे रही है, लेखा अधिनियम के हिसाब से एक महीने में बीस हज़ार तक की पांच, एक लाख तक की सिर्फ दो खरीदी की जा सकती है और जेम पोर्टल से ढाई लाख तक की साल में सिर्फ पांच खरीदी हो सकती है लेकिन मुख्य नगर परिषद अधिकारी द्वारा नियमों को तिलांजलि देते हुए खरीदी व सप्लाई का कार्य किया गया है!
नोटिस जारी कर कैश बुक सहित क्रय सामग्री एवं बिल वाउचर की मांगी थी नस्ति
कार्यालय संभागीय संयुक्त संचालक नगरी प्रशासन एवं विकास शहडोल द्वारा पत्र क्रमांक 1955/स.स./2024 दिनांक 3 अक्टूबर को मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद नौरोजाबाद से खरीदी एवं अनियमित के संबंध में शिकायतों की जांच हेतु बिल वाउचर तीन दिवस के अंदर उपलब्ध के आदेश दिए गए थे जिसमें 01 अप्रैल 2022 से अगस्त 2024 तक क्रय किए गये सबर्सियल पम्प, स्टाटर, प्लास्टिक टंकी, ट्री गार्ड, हाथ कचरा गाड़ी, हैंड पंप सामग्री,एच.डी.पी.ई. पाईप,फावड़ा, गेती, बेलची कुल्हाड़ी,लेप्टाप, कम्प्यूटर,एल.ई.डी. लाईट,वाटर कूलर,स्टील चेयर,फिनायल, ब्लीचिंग पाउडर, मलेरिया ऑयल, डस्टबीन, ओपन जिम सामग्री,स्पीडब्रेकर,सीमेन्ट बेन्च,साईन बोर्ड,एन्ट्री गेट,डीजल क्रय,वृक्ष क्रय,स्ट्रीट लाईट,क्रय नस्ती एवं बिल बाउचर सहित कैशियर कैश बुक वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 व भण्डार पंजी वर्ष 2022-23 . 2023-24, एवं 2024-25 व लेखा कैशबुक वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25 व लेजर पंजी वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25 व अनुदान पंजी वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25 व सी.ए. आडिट रिपोर्ट वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25 व बैक समाधान पत्रक वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25, तक। जेड कैशबुक वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25, तक। ई-पोर्टल से भुगतान की जानकारी वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25, तक। चेक पंजी वर्ष 2022-23, 2023-24, एवं 2024-25 तक जांच हेतू मांगी गई थी!
भ्रष्टाचार व विवादों से है पुराना नाता
शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत में यह भी बताया गया की जिस प्रकार नगर पालिका अधिनियम के विपरीत खरीदी का कार्य किया गया है जो मुख्य नगर परिषद् अधिकारी ज्योति सिंह का यह कृत्य भ्रस्टाचार और साशन की राशि के दुरूपयोग को दर्शाता है, मुख्य नगर परिषद अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह का भ्रस्टाचार और विवादों से पुराना नाता है, इसके पूर्व में भी ज्योति सिंह जी अनूपपुर और उमरिया में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर रह चुकी है वहा भी इनकी कार्य शैली इसी प्रकार की रही है शिकायतकर्ता ने निवेदन करते हुए आवेदन पत्र में लिखे विषयो की जांच कराई जाये और यदि मिथ्या या झूठी जानकारी साबित हो तो हमारे खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की बात भी कही गई!
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के दम पर करोड़ों का विकास /भुगतान
नौरोजाबाद नगर परिषद की मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह जो अनूपपुर पालिका डुड्डा अधिकारी अनूपपुर का प्रभार रहते नगर पालिका बिजुरी में हुए भ्रष्टाचार की जांच भी की गई थी जिनके जांच प्रतिवेदन के आधार पर लोकायुक्त रीवा के द्वारा कर्मचारी, पार्षद, ठेकेदार सहित 32 लोगों पर मामला दर्ज हुआ था जिस पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद सोंधिया पर भी 420 व अन्य कई धाराओं पर मामला दर्ज हुआ था जिसमें करोड़ों के भ्रष्टाचार की पुष्टि भी हुई थी इस जांच के बाद करोड़पति बनने का सपना संजोए सीएमओ ज्योति सिंह द्वारा उमरिया नगर पालिका के बाद नौरोजाबाद नगर परिषद में पुन : कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन, इंजीनियर कुम्भकार, अकाउंटेंट दिनेश, स्टोर प्रभारी सोनी, समयपाल राममिलन, दैनिक कर्मचारी आकाश यादव के साथ सीएमओ ज्योति सिंह द्वारा स्कैम बनाते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन के सहारे करोड़ों का भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया हालांकि नौरोजाबाद नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार मामले में बिजुरी के तर्ज पर कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद बर्मन की भूमिका काफी संदिग्ध नजर आ रही है क्योंकि उक्त भ्रष्टाचार में जिन फर्मो में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उन सभी फर्मो के तार बिजुरी, मनेद्रगढ़ सहित कटनी से जुड़े हुए है यदि गंभीरता से जांच हुई तो उक्त भ्रष्टाचार का जन्मदाता भी बिजुरी से ही निकलेगा जन चर्चाओं की माने तो उक्त पूरे भ्रष्टाचार मे सनलिप्त सभी कर्मचारियों पर कठोर कार्यवाही की मांग की जा रही है!
इनका कहना है
उक्त मामले पर जांच कर जांच प्रतिवेदन कमिश्नर को भेज दिया गया है उक्त मामले पर कार्यवाही का पावर कमिश्नर को ही है!
धरणेन्द्र कुमार जैन
कलेक्टर उमरिया
उक्त पूरे मामले की फाइल मैने नहीं देखा है मैं देख कर ही बता पाऊंगी!
सुरभि गुप्ता
कमिश्नर शहडोल
इस संबंध में संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग शहडोल आर. एस मंडलोई से मोबाइल नंबर - 8435959876 मे कई बार कॉल किया गया लेकिन लेकिन कॉल नहीं उठा!
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